हिन्दी साहित्य के विकास में आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी का योगदान

Authors

  • Umashankar Ray Department of Hindi, Lalit Narayan Mithila University, Directorate Of Distance Education,Darbhanga, Bihar

Keywords:

नवजागरण, हस्तलिखित, स्वाध्याय, परिष्कृत, मानकीकरण, व्याकरणसम्मत, प्रेरणास्त्रोत, बहुमुखी, समीक्षात्मक, मेरूदण्ड, परिमार्जित

Abstract

हिन्दी नवजागरण में महावीर प्रसाद द्विवेदी का योगदान उनके प्रभावशाली व्यक्तित्व, सृजन क्षमता, विद्वता, गहन शोधपरक मूल्यांकन, निरीक्षण व अटूट हिन्दी सेवा में परिलक्षित होता है। उन्होंने सरस्वती जैसी पत्रिका को हिन्दी की सशक्त पत्रिका के रूप में प्रतिस्थापित कर हिन्दी प्रदेश में एक नयी समाजिक चेतना का प्रसार किया है। इसके माध्यम से उन्होंने हिन्दी नावजागरण में वैचारिक क्रंाति उत्पन्न की और नवजागरण से जुड़े लेखकों के प्रेरणास्त्रोत बने। महावीर प्रसाद द्विवेदी हिन्दी के पहले लेखक थे, जिन्होंने केवल अपनी जातीय परंपरा का गहन अध्ययन हीं नही किया था, बल्कि उसे आलोचकीय दृष्टि से भी देखा था। उन्होंने अनेक विधाओं में रचना की। कविता, कहानी, आलोचना, पुस्तक समीक्षा, अनुवाद, जीवनी, आदि विधाआंे के साथ उन्होंने अर्थशास्त्र, विज्ञान, इतिहास आदि अन्य अनुशासनों में न सिर्फ विपुल मात्रा में लिखा बल्कि अन्य लेखकों को भी इस दिशा में लेखन के लिए प्रेरित किया। द्विवेदी जी केवल कविता, कहानी, आलोचना आदि को हीं साहित्य मानने के विरूद्ध थे। वे अर्थशास्त्र, इतिहास, पुरातत्व, समाजशास्त्र आदि विषयों को भी साहित्य के हीं दायरे में रखते थे। वस्तुतः स्वाधीनता, स्वेदेशाी और स्वावलंबन को गति देने वाले ज्ञान-विज्ञान के तमाम अधारों को वे आंदोलित करना चाहते थे। इस कार्य के लिए उन्होंने सिर्फ उपदेश नहीं दिया बल्कि मनसा, वाचा, कर्मणा स्वंय लिखकर दिखाया।

References

डॉ. रामचन्द्र तिवारी, ‘‘हिन्दी गध साहित्य’’ पृष्ठ-494

आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, ‘‘हिन्दी साहित्य का इतिहास’’ नागरी प्रचारिणी सभा काशी।

सुशील त्रिवेदी, ‘‘पत्रकारिता के युग निर्माता महावीर प्रसाद द्विवेदी’’ पृष्ठ-23

विनोद तिवारी, ‘‘आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी के श्रेष्ठ निबन्ध’’ लोकभारती प्रकाशन

रामविलास शर्मा, ‘‘महावीर प्रसाद द्विवेदी और हिन्दी नवजागरण, पृष्ठ-291,301 राजकमल प्रकाशन नई दिल्ली।

आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, ‘‘विचारकोश’’ पृष्ठ-137

इन्दसेन सिंह, ‘‘आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी और साहित्यिक पत्रकारिता’’ पृष्ठ-88

महावीर प्रसाद द्विवेदी, ‘‘ययावर, भारत’’ साहित्य अकादमी प्रकाशन नई दिल्ली

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Published

15-12-2023

How to Cite

Umashankar Ray. (2023). हिन्दी साहित्य के विकास में आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी का योगदान. International Education and Research Journal (IERJ), 9(12). Retrieved from https://ierj.in/journal/index.php/ierj/article/view/3235